दोस्तों आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के बारे में डिटेल से जानकारी देने वाले हैं। साथ ही इस आर्टिकल के माध्यम से यह बताने जा रहे हैं कि Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) क्या है , किन-किन उम्र के लोगों को इस योजना से फायदा होगा। यह योजना कब शुरू हुई थी, योजना का मुख्य उद्देश्य क्या था और भी इस योजना के बारे में हम आपको डीटेल्स से जानकारी देने वाले हैं, ध्यान से इस योजना को अंत तक जरूर पढ़ें।
इस योजना को भारत सरकार के द्वारा 1997 में खास करके जो बेरोजगार है उनका रोजगार देने के लिए शुरू किया गया था इस योजना के माध्यम से जहां केंद्र सरकार 75% खर्च कर रही है वहीं पर देखा जाए तो राज्य सरकारी के द्वारा भी 25% खर्च किया जाता है। Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के गरीब लोगों के लिए हैं, जो लोग शहर में कम से कम 3 साल से ज्यादा रह चुके हैं और जिनके पास कोई रोजगार नहीं है, उनको आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना और उनको स्वरोजगार प्रदान करना। इस योजना में उम्र की कोई सीमा नहीं है मिनिमम 18 वर्ष का आयु होना चाहिए और मैक्सिमम उम्र का कोई सीमा नहीं है।
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) क्या है
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) का शुरुआत 1 दिसंबर 1997 को हुआ था। केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना का शुरूआत किया गया था। योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी निर्धन व्यक्तियों को स्वरोजगार हेतु वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना। मतलब सरकार के द्वारा आपको ट्रेनिंग दिया जाएगा और साथ ही साथ व्यवसाय करने के लिए लोन भी प्रोवाइड किया जाएगा। इसके अलावा मैं बता दूं कि इस संबंध हमने एक और आर्टिकल बनाया जिसमें हमने और भी डिटेल से बताया है जिसे आप चाहो तो पढ़ सकते हो। इस योजना में भी केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर अपना योगदान देती है, केंद्र सरकार 75% और राज्य सरकार 25% अपना योगदान देती है।
यह योजना खास करके तीन योजनाओं से मिलकर बना है:
- नेहरू रोजगार योजना(NRY)
- अर्बन बेसिक सर्विसेज फॉर पुअर (UBSP)
- समन्वित शहरी गरीबी उन्मूलन योजना (PMIUPEP)
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के दो उप योजना भी है, जो नीचे दिए गए कुछ इस प्रकार हैं
- USEP ( urban self employement program) शहरी स्वरोजगार कार्यक्रम
- UWEP ( urban wages employement program) शहरी मजदूरी रोजगार कार्यक्रम
USEP के तीन मुख्य उद्देश्य है
- लाभप्रद उद्यम लगाने हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- व्यावसायिक प्रशिक्षण
- शहरी गरीब महिला समूह को आर्थिक सहायता प्रदान करना, जिसमें महिलाओं की संख्या मिनिमम 10 होनी चाहिए।
इस योजना में महिलाओं को 30% का आरक्षण दिया गया है, विकलांग को 3% का आरक्षण दिया गया है, और सहायता की जो राशि है वह ₹50000 तक की है, जिसमें आपको सब्सिडी 15% वापस किया जाएगा, लेकिन सब्सिडी की जो राशि है वह 7500 से अधिक नहीं हो सकती है।
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) Overview
योजना का नाम | Swarna jayanti shahari rozgar yojana |
किसने शुरू की | केंद्र सरकार |
लाभार्थी | देश के बेरोजगार लोग |
आधिकारिक वेबसाईट | mohua.gov.in |
उद्देश्य | रोजगार प्रदान करना |
Online Apply Start Date | Started |
आवेदन मोड | ऑनलाइन & ऑफलाइन |
पंजीकरण | साल 2024 |
UWEP के मुख्य उद्देश्य
ऐसे निकाय जिनकी 1991 की जनगणना के अनुसार 5 लाख से कम आबादी हो, उन लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना में सामग्री एवं श्रम व्यय 60:40 अनुपात में रहेगा।
इस योजना को 25 दिसंबर 2013 में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन(NULM) में पुनर्गठन कर दिया गया। यानी की स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना को 2013 में पुनर्गठित कर दिया गया राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना, उद्यमिता में विकास लाना, शायरी गरीबों को स्वरोजगार प्रदान करना। NULM राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन आगे चलकर 20 फरवरी 2016 को ( DAY NULM) dindayal Upadhyay antyoday Yojana में बदल गया। इस योजना का संचालन आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। इस योजना में अंशदान केंद्र सरकार का 75% और राज्य सरकार का 25% है। पूर्वोत्तर एवं विशेष राज्य में इसका अनुपात 90% और 10% है।
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के मुख्य उद्देश्य से क्या-क्या है
इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी बेरोजगारों और अल्प रोजगारों को स्वरोजगार प्रदान करना और साथ ही साथ उद्यमित स्थापित करने हेतु सहायता राशि प्रदान करना।
कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रम को बढ़ावा देना ताकि शहरी गरीबों को रोजगार के अवसर प्रदान किया जा सके। स्वप्रबंधित सामुदायिक संरचना के माध्यम से शहरी गरीबी के मुद्दों का समाधान करने के लिए समुदाय का सशक्तिकरण होना चाहिए। यानी की सिंपल भाषा में यह कहे शहर के जो गरीबी रेखा( urban poverty line) के नीचे जो लोग हैं उनको आर्थिक सहायता प्रदान करना। इस योजना में लाभार्थी को व्यवसाय करने के लिए ट्रेनिंग भी दिया जाता है और साथ ही साथ लोन अमाउंट भी दिया जाता है। इस योजना में महिलाओं को 30% और विकलांग को 3% का आरक्षण दिया गया है। यह योजना पीएम विश्वकर्म योजना की तरह ही काम करता है।
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के लिए पात्र एवं लाभार्थी
- पत्र व्यक्तियां हेतु सहायता प्रावधान
- कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना
- प्लेसमेंट ₹15000 की आर्थिक सहायता
- विशेष राज्य के लिए 18000 रुपए तक मिल सकते हैं
- लाभार्थी भारत का मूल निवासी होना चाहिए।
- पात्र शहर का गरीब होना चाहिए।
- लाभार्थी या उसका परिवार शहर में कम से कम 3 साल का निवासीनिवासी होना चाहिए।
- लाभार्थी या उसका परिवार का सालाना इनकम 3 लाख से कम होना चाहिए।
- लाभार्थी का उम्र 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
- कोई अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं, यानी कि वह पहले से ही कोई दूसरे लोन का लाभ उठा रहे हैं तो वह इस योजना का पात्र नहीं है।
- प्रोजेक्ट का नॉलेज होना चाहिए जिससे आप शुरू करना चाहते हैं। योजना के अंतर्गत विशेष श्रेणी के राज्य:-
- यह कुछ विशेष श्रेणी के राज्य हैं जिसमें केंद्र सरकार की भागीदारी 90% है और राज्य सरकार की भागीदारी 10% है।
- इन राज्यों में लाभार्थियों को 18000 रुपए तक की धनराशि मिल सकती है।
- इन राज्यों के नाम नीचे दिए गए कुछ इस प्रकार है:
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- मणिपुर
- मेघालय
- मिजोरम
- नागालैंड
- सिक्किम
- त्रिपुरा
- जम्मू एंड कश्मीर
- हिमाचल प्रदेश
- उत्तराखंड
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के आवश्यक दस्तावेज
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के आवेदन करते वक्त आपको निम्नलिखित दस्तावेज की आवश्यकता पड़ सकती है, जिनकी आपको छाया प्रति अपने पास रखनी होगी। नीचे दिए गए दस्तावेज कुछ इस प्रकार है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक पासबुक
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- आयु प्रमाण पत्र
- आवासीय प्रमाण पत्र
- रोजगार स्थापित करने के लिए आवास
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नॉन मैट्रिक निरक्षर
Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) का आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का आवेदन आप ऑनलाइन कर सकते हैं, जिसके लिए आपको नीचे दिए गए निर्देशों को ध्यान से स्टेप बाय स्टेप पढ़ना होगा।
- यदि आप इस योजना का आवेदन करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इसके ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा।
- फिर आपके सामने इसका होम पेज खुल जाएगा। नीचे दिए गए कुछ इस प्रकार से आपको दिखाई देगा।
- होम पेज में आपको आवेदन का लिंक (Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana) दिखाई देगा जहां पर आपको क्लिक करना है।
- जैसे ही आप क्लिक करते है आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा।
- उसके बाद आपके सामने आवेदन फार्म खुल जाएगा जिसको आपको ध्यान से पढ़ना होगा।
- पूछी गई जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़कर फिल अप कर देना है।
- मांगे गए डॉक्यूमेंट को स्कैन करके अपलोड करना है।
- फिर आपको लास्ट में सबमिट का ऑप्शन दिखाई देगा जहां क्लिक करना है ।
- फिर आपको मोबाइल नंबर पर स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना का फॉर्म कंप्लीट करने का एक मैसेज आएगा।
Conclusion
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) के बारे बताने का कोशिश किया है कि Swarna Jayanti Shahari Rozgar Yojana (SJSRY) क्या है, और किस तरह से यह योजना काम करती है । इस योजना का नाम कितनी बार बदला गया और इस योजना के माध्यम से शहर के लोग कैसे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, इस योजना का पात्रता क्या है, इस योजना का लाभ कौन-कौन उठा सकते हैं, कौन-कौन राज्य के लोगों को विशेष रूप से ज्यादा लाभ दिया जा रहा है, इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या-क्या है, इस योजना का आप ऑनलाइन आवेदन कैसे कर सकते हैं इत्यादि। स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के बारे में हमने विस्तार पूर्वक जानकारी देने का कोशिश किया है। अगर आपको मेरा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो आप अपने फ्रेंड्स और फैमिली में शेयर जरूर करें और लाइक करें। धन्यवाद
FAQ
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना प्रारंभ कब हुई है ?
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना का शुरुआत केंद्र सरकार के द्वारा 1 दिसंबर 1997 को हुई है, यह योजना तीन योजनाओं से मिलकर बनी है नेहरू रोजगार योजना, अर्बन बेसिक सर्विसेज फॉर पुअर, समन्वित शहरी गरीबी उन्मूलन योजना। जिसमें केंद्र सरकार की भागीदारी 75% है और राज्य सरकार के भागीदारी 25% है।
स्वर्ण जयंती ग्रामीण स्वरोजगार योजना क्या है?
स्वर्ण जयंती ग्रामीण स्वरोजगार योजना का शुरुआत केंद्र सरकार के द्वारा 1 अप्रैल 1999 में किया गया था। यह योजना भी स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना की तरह ही काम करता है फर्क बस इतना है कि यह योजना गांवों में बसे लोगों के विकास के लिए बनाया गया है। इस योजना में भी केंद्र और राज्य की भागीदारी 75 : 25 है।
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में किसको कितना प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है?
इस योजना में शहर की जो गरीब महिलाएं हैं उनको सबसे ज्यादा आरक्षण दिया गया है , महिलाओं को 30%, विकलांग को 3% , सहायता की जो राशि है वह ₹50000 तक का है जिसमें आपको सब्सिडी 15% वापस दिया जाएगा, लेकिन यह सब्सिडी साथ या ₹7500 से अधिक भी नहीं हो सकती है।
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के दो उपयोजना है क्या-क्या है?
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के दो उपयोग योजना कुछ इस प्रकार है
- शहरी स्वरोजगार कार्यक्रम (urban self employment program)
- शहरी वेतन रोजगार कार्यक्रम (urban wages employment program)